16 जुलाई, 1986 को स्थापित, पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड, एक अनुसूची-ए नवरत्न सीपीएसई और देश का अग्रणी गैर-बैंकिंग वित्तीय निगम है। पीएफसी का पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है और क्षेत्रीय कार्यालय मुंबई एवं चेन्नै में स्थित है।
पीएफसी विद्युत मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रणाधीन है। पीएफसी को जून, 2007 में नवरत्न सीपीएसई तथा 28 जुलाई, 2010 को आरबीआई द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर वित्तीय कंपनी का दर्जा दिया गया।
पीएफसी भारत को वैश्विक प्लेयर की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। देश के उत्तरोत्तर विकास को उसकी ऊर्जा खपत द्वारा मांपा जाता है। दुर्भाग्यवश, अभी भी हमारे राष्ट्र के बड़े भाग में बिजली की पहुंच नहीं है, पीएफसी आने वाले वर्षों में उसको पूर्ण करने में उत्तरोत्तर महत्वपूर्ण कारक बनेगा।
हमारे अंशधारक एवं ग्राहक हमारी अद्वितीय परिणाम देने की क्षमता पर अपना पूर्ण विश्वास रखते हैं। विद्युत और वित्तीय क्षेत्रों की कठिनाइयों के बावजूद, पीएफसी स्वस्थ ऋण बही, साथ-ही-साथ एनपीए(यों) के निम्न स्तरों को बनाए रखता है। यह पीएफसी की सुदृढ़ मूल्यांकन तथा आकलन प्रक्रियाओं की बदौलत संभव है।
मुख्य विशेषताएं
· नेटवर्थ आधार पर सबसे बड़ा एनबीएफसी (सभी संचित कोष)
· विद्युत क्षेत्र में एक विशेषज्ञ वित्तीय संस्थान
· लगभग 20% मार्किट शेयरों के साथ प्रमुख नियोक्ता (प्लेयर)
· उद्योग में निम्नतम प्रशासनिक लागत की दक्ष एवं पेशेवर रूप से प्रबंधित संगठन
· आईएसओ 9001:2015 प्रमाणित कंपनी
· लगातार लाभ-अर्जक तथा लाभांश देने वाली कंपनी
· निम्न एनपीए(यों) में प्रदर्शित मजबूत परिसंपत्ति गुणवत्ता
· उद्योग में न्यूनतम प्रशासनिक लागत
· एक साथ कार्यनीतिक, वित्तीय, विनियामक एवं क्षमता निर्माण कौशल संबंधी परामर्शी सेवाएं एवं सलाहकार सेवाएं
रेटिंग
· दीर्घावधि ऋण हेतु रेटिंग
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों द्वारा संप्रभु रेटिंग |
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मूडीज़ |
बीएए3 |
फिच |
बीबीबी- |
घरेलू रेटिंग एजेंसियों द्वारा उच्चतम रेटिंग |
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क्रिसिल |
एएए |
इकरा |
एएए |
केयर |
एएए |